जिंदगी माने .....
पहला टुकड़ा जिंदगी .(योरोप के किसी देश का एयर पोर्ट सुबह 5 बजकर 6 मिनट - इंडियन टाइम सुबह 9 बजकर 40 मिनट .बुधवार २ जून )जानते हो , उस पूरी ट्रिप में मेरा मन बार बार कहता के तुम्हे कहूँ स्टूपिड...
View Articleके आती है जिंदगी आते आते आते ......
कई सुबहे अपनी आमद से सुस्त होती है .कुछ कुछ उदास सी रुकी रुकी. जैसे एंटी एलर्जिक लेकर सोयी हो. सड़क से गुजरता हूँ तो लेटर बोक्स देखकर किसी का लिखा ख़त याद आता है ".तुम जिस शहर में रहते हो वहां बहुत भीड़...
View Article"जो कुछ घटा था मेरे तुम्हारे बीच उसमे सिर्फ नहीं था प्यार "
कोई यात्रा अकेली नहीं होती .हर यात्रा अपने साथ कई यात्राये लेकर चलती है उन अद्रश्य यात्राओं पर भी जिनमे आवाजाही रोज नहीं होती , सहज भी नहीं ! जिनमे कई अज्ञात अपराध शामिल है जिनके लिए कभी क्षमा...
View Articleकिसी शहर के बरक्स !
हाइवे से गुजरते एक ओर ऊपर मटमैली पहाडियों के बीच सीधी कुछ सीढिया किसी रस्ते का पता देती है .लाल रंग का झंडा इन मंदिरों की नेम प्लेट सा है .सोचता हूँ कैसे वक़्त काटता होगा पुजारी ओर उसका भगवान !...
View Article"चल जिंदगी ढूंढें "
एक जीवन से आप कितने संवाद कर सकते है .?हर जीवन एक लगातार घटती घटना है .कभी कभी ऐसा लगता है जैसे एक समय सीमा पर आकर जीवन पर ईश्वर का भी नियत्रण छूट गया है या वो छोड़ देता है ? उन्ही अनियंत्रित...
View Article"कन्फेशन " !!
"सोचता था जब चालीस का हूँगा जिंदगी का जायका जबां पे होगा, रोजो- शब् के पेंच उलटे नहींघूमेगे . किसी शख्स का कोई करतब हैरान नहीं करेगा . ऐब उबाने लगगे . दोस्त पहले की तरह अज़ीज़ होगे . हाथ की जुम्बिश से...
View Articleएक तवील बोसे में कैसी प्यास पिन्हां है .........
"तुम्हारे पास बहुत इगो है "वो कहती है."वो इगो नहीं है ,वो खुद से लड़ाई है जानती हो कभी कभी तुम्हे बहुत मिस करता हूँ ,भीड़ में ,काम करते हुए , सबसे ज्यादा ड्राइव करते हुए " वो हथेलियों में उसका चेहरा भर...
View Articleकागजों में बंद कुछ सालो का कोलहाहल -2
130.....आत्मस्वीकृतियाभी एक प्रकार का तिलिस्म है.131......लखनऊ से ट्रेन चली है ..अकेले यात्रा मुझे उबाऊ लगती है .अभय इलाहाबादचला गया . सेकत्रेट के चपरासी को कुछ पैसे देकर हमने अपने मार्क्स...
View Articleतेरे शहर में कुछ देर रह लू तो ...अपना गाँव हिन्दुस्तान याद आता है !!
तब उलझनों के मोड़ कम थे .ख्वाहिशे भी कम थी ओर उनका कद भी.स्कूल का फासला अक्सर कदमो से तय होता .रिक्शे की कभी जरुरत महसूस नहीं हुई..गलियों में घूमते घूमते स्कूल पहुँच जाते . स्कूल के बाहर एक चुस्की...
View ArticleIncubation Period
एक्सीडेंट______________उसे सिगरेट की स्मेल से नफरत थी,वो हर दो घंटे बाद एक सिगरेट पीता था !उसने कभी किसी गाने को रूककर नहीं सुना था,वो गुनगुनाते हुए मोटरसाइकिल चलाता था वो भी बहुत तेज!वो हर काम में...
View Articleकिसी सानेहा के इंतज़ार में !!
स्कूल की छुट्टी के वक़्त माँ गेट पर खड़ी है कुछ कुछ तैयार सी। रिक्शे में वो मुझे अपने साथ लाये परांठे खिलाती है और याद दिलाती है मैंने कब "गुड आफ्टरनून"बोलना है । रिक्शा दूर तक चलता है माँ ने मेरी कंघी...
View ArticleDecember notes part one
"वो खूबसूरत थी और इसे बात का इल्म भी था ,हर खूबसूरत शख्स को होता है। हमारे कॉलेज की छुट्टी उसके कॉलेज से कुछ पहले होती थी, उस मोड़ पर उसके आने के वक़्त से कुछ देर पहले मै वहां पहुँच जाता ,वो जानती थी मै...
View ArticleDcember notes part 2
उसे S .L. E है , वो हंसकर कहती है"ऊपर वाले ने तमाम उम्र दवाओ के पैकेज के साथ भेजा है "पर चीज़े उतनी आसान नहीं है जितना बाहर वालो को लगता है ,उसकी बीमारी अपनी कैफियत मुसलसल बदलती रहती है बावजूद तमाम...
View Articleकोई क्यों होता है अपने जैसा ! क्या उसके इख़्तियार में होता है वैसा होना !!
तुम्हारी हंसी की आमद मेरी ज़िंदगी में पहले हुई थी .तुम्हारी हंसी उजली थी उसमे एक खनक थी। पोस्ट ऑफिस के बाहर तुम रेड स्कर्ट में अपनी सहेलियों के साथ खड़ी थी मै एडमिशन की फोर्मल्टी करने के लिए कुछ फॉर्म...
View Articleतुम्हारा खुदा किसी गैर आबाद इलाके में रहता है
वे पूछती है पांचो वक़्त नमाज पढ़ने वाले आदमी को कैंसर कैसे हो सकता है ?उन्होंने तो ज़िंदगी में कभी किसी का बुरा नहीं किया ?मै उन्हें क्या जवाब दूँ।मेरे पास कोई जवाब नहीं है.आदमी जब गम में होता है तो उसे...
View Articleज़िंदगी तेरी बज़्म में गालिबन नहीं लाती
जब हम एक वक्फे में रहते है दूसरा दूसरे वक्फे में रहता है।हर शै का एक वक़्फ़ा होता है !वक्फा जानते है एक "पॉज़ "।मै जिस वक्फे में रहता हूँ उसी की बाबत लिख सकता हूँ।बाज दफे मै कई दिनों एक ही वक्फे में रहता...
View Articleखुदगर्जी का दिसंबर
दोपहर की शिफ्ट के बाद गाड़ी में मोबाइल आवाज देता है। उस पार अब गुडगांव में रहने वाला दोस्त है।एक उम्र के बाद गमे रोजगार के वास्ते सबके हिस्से अलग अलग शहर आते है । मैं अंकल को याद करता हूँ ,बहुत डरते थे...
View Articleमै ही कही कम ,कही जियादा रहा
पता नहीं अदालत में जिरह करने वाला उस रात कैसे सोता होगा जो जानता है जुर्म का ए "तिराफ़ करने वाले शख्स ने वो गुनाह किया नहीं है। शायद फैसला सुनाने वाले भी अक्सर नींद की गोलिया लेते होंगे। नींद भी एक बड़ी...
View Articleमेरी गुमशुदगी की रिपोर्ट कही दर्ज नहीं है !
मुझे वो पेंट की गई दीवार बहुत पसंद थी जिस पर किसी ने सूरज उगाया था ,पीले रंग का सूरज ,मुझे बाद में पता चला उसे बनांने वाले को खुदा ने आवाज नहीं दी थी। मैंने उस दीवार को दोबारा देखा वो कितना कुछ “कहती “...
View Articleतुम्हारे लिए
मैं उसकी हंसी से ज्यादा उसके गाल पर पड़े डिम्पल को पसंद करता हूँ । हर सुबह थोड़े वक्फे मैं वहां ठहरना चाहता हूँ । हंसी उसे फबती है जैसे व्हाइट रंग । हाँ व्हाइट मुझे ज्यादा पसंद है , व्हाइट में वो अच्छी...
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